खो गया वो ताज़ा, गोरा, अपने स्वाद पर इठलाता कसोरे का मक्खन। खो गया वो ताज़ा, गोरा, अपने स्वाद पर इठलाता कसोरे का मक्खन।
वह हमेशा काले और बदसूरत लोगों को खराब समझती थी। वह हमेशा काले और बदसूरत लोगों को खराब समझती थी।
आखिर यह काले के प्रति इतना विकर्षण क्यों होता है हमारे मन में आखिर यह काले के प्रति इतना विकर्षण क्यों होता है हमारे मन में
आदित्य बाबू बहुत अच्छे हैं दिल के, सबकी बड़ी मदद करते हैं, आदित्य बाबू बहुत अच्छे हैं दिल के, सबकी बड़ी मदद करते हैं,
ए बड़की, जरा छोटकी को दूध तो दे आ तनिक। दूध नहीं पीयेगी तो बच्चा कैसे गोरा होगा ए बड़की, जरा छोटकी को दूध तो दे आ तनिक। दूध नहीं पीयेगी तो बच्चा कैसे गोरा होगा
उन्होंने वक्त देखा, नौ पाँच हो रहे हैं। उन्होंने आधा घंटा यूँ ही बरबाद कर दिया है। अभी तक उसका नाम भ... उन्होंने वक्त देखा, नौ पाँच हो रहे हैं। उन्होंने आधा घंटा यूँ ही बरबाद कर दिया ह...